श्रीनगर – जम्मू-कश्मीर से कल एक वीडियो सामने आया था जिसे वहां के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीटर पर शेयर किया था। उमर द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो में दिख रहा है कि जीप के बोनट पर एक कश्मीरी युवक बंधा हुआ है। उमर ने कुछ तस्वीरें भी शेयर की थीं और लिखा था कि – इस युवक को आर्मी जीप पर इसलिये बांधा गया है ताकि उन पर पत्थर न फेंके जाएं। यह बहुत खौफनाक है। इसके बाद उन्होंने अपने अगले ट्वीट में 15 सेकंड का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, वीडियो में एक चेतावनी सुनी जा सकती है कि पत्थरबाजों का यह अंजाम होगा। इस मामले में तुरंत जांच होनी चाहिए।
सेना की जीप में बांधे गये युवक ने सुनाई पूरी कहानी – वीडियो के वायरल होने के एक दिन बाद ही जम्मू-कश्मीर में आर्मी जिस शख्स को अपनी जीप के आगे बांधकर परेड करती दिख रही थी वह शख्स सामने आ गया है। यह एक कश्मीरी युवक है और उसका नाम फारुख अहमद डार है जिसकी उम्र 26 साल है। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से हुई बातचीत में फारुख ने बताया है कि उसने कभी भी भारतीय सेना पर पत्थर नहीं फेंके, वह पत्थरबाज नहीं है। मेरा पेशा शॉल पर कढ़ाई करना और थोड़ी बहुत कारपेंट्री करना है। मुझे बस यही काम आते हैं और यह करके मैं अपना खर्चा चलाता हूं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक फारुख ने कहा, वह अपनी 75 साल की मां के साथ अकेला रहता है। उसकी मां को अस्थमा है।.
सेना पर लगाया आरोप – फारुख के मुताबिक यह वीडियो 9 अप्रैल का है। फारुख ने अखबार से बातचीत में कहा, उस दिन सेना के जवानों ने मुझे सुबह 11 बजे पकड़ा और लगभग चार घंटे तक 25 किलोमीटर तक घुमाने के बाद छोड़ दिया। फारुख के मुताबिक वह उस दिन अपने कुछ दोस्तों के साथ एक रिश्तेदार के घर जा रहा था। तभी वहां पर सेना के कुछ जवानों ने उसको रोका और अपनी जीप के आगे बांध दिया। फारुख के मुताबिक, सेना के जवानों ने उसे मारा भी था और उसे जीप में बांधकर आसपास के 9 गांवों में घुमाया गया। उस घटना के बाद से ही फारुख परेशान है। उसको इस बात को लेकर डर भी है, जिस कारण उसने शिकायत नहीं की। फारुख ने कहा कि, हम गरीब लोग हैं, क्या करेंगे शिकायत।