मुंबई के एक अस्पताल में लाशों के बीच कोरोना वायरस से संक्रमित एक रोगी का इलाज होता रहा। यह भयावह दृष्य सायन के एक अस्पताल का है। यह अस्पताल बृहन्मुंबई नगर निगम चलाता है।
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में साफ़ दिख रहा है कि मुंबई के सायन अस्पताल में एक रोगी बिस्तर पर लेटा हुआ है, उसके बगल के बिस्तर पर ही एक लाश पड़ी हुई है। इस वीडियो में यह भी दिखता है कि ऐसी एक लाश ही वहां नहीं है। उस वार्ड में ऐसी सात लाशें हैं, जो बॉडी बैग में लिपटी पड़ी
In Sion hospital..patients r sleeping next to dead bodies!!!
— nitesh rane (@NiteshNRane) May 6, 2020
This is the extreme..what kind of administration is this!
Very very shameful!! @mybmc pic.twitter.com/NZmuiUMfSW
राज्य के बीजेपी विधायक नीतेश राणे ने ट्वीट कर यह वीडियो पोस्ट किया। उसमें उन्होंने लिखा, सायन के अस्पताल में लाशों के बगल में ही रोगी सो रहे हैं। यह तो अति हो गई। यह किस तरह का प्रशासन है। बहुत बहुत शर्मनाक!.
सायन अस्पताल के डीन प्रमोद इंगले ने इस घटना की पुष्टि करते हुए इसका कारण भी बताया है। उन्होंने कहा,कोरोना से मरने वाले रोगियों के परिजन लाश नहीं ले जाना चाहते। इस कारण ही वे लाशें वहाँ पड़ी हुई हैं। हमने अब लाशें हटा दी हैं और मामले की जाँच कर रहे हैं।
लेकिन लाशें मुर्दाघर में भी रखी जा सकती हैं। इस पर इंगले ने कहा, अस्पताल के मुर्दाघर में 15 जगहें हैं, इनमें से 11 भर चुकी हैं। यदि हम ये लाथें मुर्दाघर भेज दें तो दूसरे रोगों से मरे लोगों की लाशें रखने में दिक्क़त होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि बॉडीबैग में लाश रख देने से उससे संक्रमण की संभावना कम हो जाती है।